स्वरों के निश्चित चिन्हों को मात्रा कहते है। आज हम विस्तृत रूप से यह जानेंगे कि मात्रा किसे कहते है ? (Matra kise kahte hain ) साथ मे हम लोग यह भी जानेंगे कि हिंदी में कितनी मात्राएं होती हैं। हम यह देखते हैं ही हिंदी में 11 मात्रा होती हैं। इस आर्टिकल में हम सभी मात्रा के चिन्हों की भी जनाकारी पाएंगे। यह आर्टिकल आपके घर के छोटे बच्चों की जानकारी के लिए बहुत ही उपयोगी होगा। तो आइए शुरू करते है पढ़ना – मात्रा किसे कहते है हिंदी में।
मात्रा किसे कहते है ? (Matra kise kahte hain )

किसी भी ध्वनि या वर्ण के उच्चारण काल को हम मात्रा के नाम से जानते है। दूसरे शब्दो मात्रा की परिभाषा यह हैं कि जब हम स्वरों का व्यंजनों के साथ प्रयोग करते है। तो स्वरों के रूप में परिवर्तन हो जाता हैं। स्वरों के इसी बदले हुए रूप को हम मात्रा के नाम से जानते है।
मात्रा के भेद –
उच्चारण के आधार पर मात्रा के तीन भेद माने गए है।
- ह्रस्व स्वर।
- दीर्घ स्वर।
- प्लुत स्वर।
स्वरों की मात्राएँ
स्वर | मात्रा | व्यंजन के साथ मात्राएँ | उदाहरण |
अ | कोई भी मात्रा नही | क | अब, हम,चल |
आ | ा | का | पान, मान , शाम |
इ | ि | कि | पिन, रिन, निकल |
ई | ी | की | पीला, अमीर, शरीर |
उ | ु | कु | पुल, कुसुम, सुस्त |
ऊ | ू | कू | फूल, झूला, सूरज |
ऋ | ृ | कृ | वृक्ष, ऋण, वृषभ |
ए | े | के | पेड़ ,सेब, करेला |
ऐ | ै | कै | मैल, थैला, भैया |
ओ | ो | को | मोर, शोर, कोयल |
औ | ौ | कौ | कौन, कौड़ी , गौरव |
नोट – अ की कोई मात्रा नही होती हैं। यह व्यंजन में ही हमेशा मिल जाती हैं। यदि किसी व्यंजन को इससे अलग मात्रा करके लिखा जाता हैं । तो व्यंजन के नीचे हलन्त का प्रयोग किया जाता हैं।
जैसे – परिषद् आदि।
फाइनल वर्ड –
जैसा कि आपने ऊपर जाना कि मात्रा किसे कहते है? ,हम उम्मीद करते है कि इस आर्टिकल में आपको मात्रा से संबंधित सम्पूर्ण जनाकारी मिल गयी होगी। और मात्रा से सम्बंधित प्रश्न यदि आपके मन मे रहा होगा । तो वह दूर हो गया होगा।
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