महिला सशक्तिकरण पर भाषण, Best Women empowerment speech in hindi

महिला सशक्तिकरण पर भाषण, Best Women empowerment speech in hindi :: हमारे समाज मे स्त्रियों के उत्थान हेतु महिला सशक्तिकरण का विषय अति आवश्यक हैं। इसीलिए आज hindivaani आज आपको महिला सशक्तिकरण पर भाषण, Best Women empowerment speech in hindi लेकर आया हैं। यह एक बहुत ही अच्छी स्पीच हैं। जिसका आप उपयोग अच्छे तरीके से स्कूल और कॉलेज के महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम में किया जा सकता हैं।

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नमस्कार , यहां पर उपस्थित सभी मंचासीन अतिथियों का मैं तहे दिल से स्वागत करता हैं। और यहां पर उपस्थिति मेरे अंग्रज और अनुज भाइयो बहनों। जैसा कि आप सभी लोगो को ज्ञात होगा कि आज हम सभी महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम को मनाने के लिए उपस्थित हुए है। यह एक बहुत ही जरूरी विषय हैं। जिससे कि हम सभी के बीच एक जागरूकता की पहल हो सके नारियों के प्रति। तो आइए मैं आप को सबसे पहले यह बताने का प्रयास करता / करती हूं कि महिला सशक्तिकरण क्या हैं। समाज मे महिलाओ की स्थिति में सुधार और उनके अधिकारों में वृद्धि ही महिला सशक्तिकरण हैं।

प्राचीन समय मे हम देखते थे। कि महिलाओं को सिर्फ उपभोग और सन्तान उत्तपत्ति का जरिया सिर्फ समझा जाता था। परन्तु आज के समय मे महिलाएं हर एक क्षेत्र से सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कर खड़ी हैं। आजकल की स्त्रियां को हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ने की ललक दिखती हैं। वह जीवन और समाज के प्रत्येक क्षेत्र में कुछ न कुछ अवश्य करना चाहती हैं। वह अपने परिश्रम के माध्यम से दुनिया मे एक ऐसी सक्तत इबारत लिखना चाहती हैं। जिसकी वजह से स्त्रियों को अबला ना समझा जाये।

प्राचीन काल से लेकर आजकल स्त्रियों के प्रति विभिन्न प्रकार के भेदभाव किये गए। स्त्रियों को कभी भी एक व्यक्ति के रूप में नही स्वीकार किया गया हैं। हमारे धर्मशास्त्र तक इन सब चीजो से नही अलग हो पाए है। जिनमी वर्णन हैं। कि “प्राप्ते तु दसम वर्षे, यस्तु कन्या न यच्छसि” इसका मतलब यह हैं। कि यदि लड़की की आयु दश वर्ष हो जाये तो उसका विवाह कर देना चाहिए। ऐसी कुंठित भावनाएं हम सभी को हर जगह देखने को जरूर ही मिल जाएगी।

स्त्रियों की स्थिति के बारे में वर्णन करते हुए डॉक्टर तस्लीमा नसरीन लिखती है। कि वास्तव में स्त्रियां जन्म से अबला नही होती। उन्हें बना दिया जाता हैं। वह कहती हैं। कि जन्म के समय एक बच्ची की जीवन शक्ति बच्चे की अपेक्षा अधिक अच्छी होती हैं। परन्तु समाज अपने रीत रिवाजो और जीवनशैली के माध्यम से उसे अबला बना देता हैं। विश्व मे सर्वप्रथम महिला सशक्तिकरण के लिए 1909 ई में किया गया था। जब अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के कहने पर 8 जनवरी 1909 ई को महिला दिवस मानाया गया था। जिसके बाद से ही महिला दिवस को फरवरी के अंतिम रविवार को मनाया जाने लगा।

आज के 21 वी शताब्दी में महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत कुछ किया गया हैं। परन्तु अब भी बहुत कुछ करना हमारे लिए शेष हैं। आज के युग मे हम सभी को समाज और अपनी संस्कृति में स्त्रियों के सबसे अधिक महत्व देने की आवश्यकता है। उनकी पुरुत्पादन की क्षमता की हम सभी को पूजा करनी चाहिए। जो इस सभ्यता और संस्कृति के हमेशा अमूल्य हैं।

अंत मे सुभाषचंद्र जी द्वारा कही गयी लाइनों के माध्यम से अपनी वाणी को विराम दूँगा। और यह कहुगा की की ओरतएक नारी को इन लाइनों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा हैं। कि” ऐसा कोई भी कार्य नही हैं। जो महिलाएं नही कर सकती।”

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आशा हैं कि हमारे द्वारा दी गयी महिला सशक्तिकरण पर भाषण,। Best Women empowerment speech in hindi आपको काफी पसंद आई हो गई। यदि महिला सशक्तिकरण पर भाषण, Best Women empowerment speech in hindi आपको पसन्द आयी हो। तो इसे अपने दोस्तों से जरूर शेयर करे।

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