श्लेष अलंकार किसे कहते है,परिभाषा, उदाहरण ::आज हम आपके लिए हिंदी विषय से सम्बंधित जानकारी ले कर आये है। जिसके अंतर्गत hindivaani आपको आज श्लेष अलंकार किसे कहते है, परिभाषा, उदाहरण आदि चीज की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत आपको श्लेष अलंकार से सम्बंधित सभी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर आपको मिल जायेंगे। तो चलिए जानते है श्लेष अलंकार किसे कहते है?
श्लेष अलंकार किसे कहते है,परिभाषा, उदाहरण

श्लेष अलंकार के उदाहरण, श्लेष अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्न, श्लेष अलंकार के 10 उदाहरण,श्लेष अलंकार को परिभाषित कीजिये, श्लेष अलंकार के दस उदाहरण इन हिन्दी।
श्लेष अलंकार किसे कहते हैं?
जहां पर किसी शब्द की आवृत्ति की एक बार हुई हो।परंतु उसके अर्थ कई हो। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो जहां एक ही शब्द के दो अर्थ हो। वहां श्लेष अलंकार होता है।
अनुप्रास अलंकार किसे कहते है?
यमक अलंकार किसे कहते है?
श्लेष अलंकार का उदाहरण
श्लेष अलंकार के उदाहरण निम्नलिखित हैं।
■चरण धरत चिंता करत,
फिर चितवत चहुँ ओर।
‘सुबरन’ को ढूढत फिरत,
कवि, व्यभिचारी, चोर।।
ऊपर दिए गए दोहे कि दूसरी पंक्तियों में में सुबरन शब्द का प्रयोग किया गया है।जिसे तीन व्यक्ति ढूंढते हैं।जो कवि व्यभिचारी और चोर हैं और सभी व्यक्तियों के लिए सुबरन का अर्थ यहां पर अलग-अलग है।
●कवि सुबरन अर्थात अच्छे शब्द
●व्यभिचारी सुबरन अर्थात अच्छा रूपरंग
●चोर सुबरन अर्थात स्वर्ण ढूंढ रहा है।
■ मंगन को देखि पट देत बार-बार हैं।
ऊपर दी गयी पंक्तियों में पट शब्द के दो अर्थ है।
पट -वस्त्र।
पट- किवाड़।
इस वजह से यहां पर श्लेष अलंकार हैं।
■ विमाता बन गयी आंधी भयावह।
हुवा चंचल न फिर भी श्यामधन वह।।
ऊपर दी गयी पंक्तियों में श्यामधन के दो अर्थ है। एक श्यामधन का अर्थ है – राम, दूसरे श्यामधन का अर्थ है। बादल। इस कारण से इन पंक्तियों में श्लेष अलंकार हैं।
श्लेष अलंकार के अन्य उदाहरण
श्लेष अलंकार के उदाहरण अन्य उदाहरण निम्नलखित हैं।
■ मधुबन की छाती को देखो,
सूखी कितनी इसकी कलियां।।
ऊपर दी गयी पंक्ति में कलियां शब्द के दो अर्थ हैं पहला कलिया शब्द का अर्थ है – खिलने से पूर्व फूल की दशा दूसरी कलियां शब्द का अर्थ है -यौवन से फके की अवस्था।इस वजह से इन पंक्तियों में श्लेष अलंकार हैं।
■ जो रहीम गति दिप की,
कुल कपूत गति सोय।
बारे उजियारो करै, बढ़े अंधेरो होय।।
ऊपर दी पक्ति में बारे और बढ़े दो शब्द हैं। जिनके दो अलग अलग अर्थ है।
बारे – बचपन मे, जलाने में।
बढ़े- बड़ा होने पर, बुझने में।
■ को घटि ये वृषभानुजा वे हलधर के वीर।
ऊपर दी गयी पक्ति में वृषभानुजा और हलधर में श्लेष अलंकार हैं। वृषभानुजा का अर्थ है- राधा, बैल की बहन।
इस कारण से इन पंक्तियों में श्लेष अलंकार हैं।
श्लेष अलंकार किसे कहते है, श्लेष अलंकार, श्लेष अलंकार के उदाहरण, श्लेष अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्न, श्लेष अलंकार के 10 उदाहरण,श्लेष अलंकार को परिभाषित कीजिये, श्लेष अलंकार के दस उदाहरण इन हिन्दी।
श्लेष अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्नोत्तर –
श्लेष अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्नोत्तर निम्नलखित हैं।
◆ जहां कोई शब्द एक बार प्रयोग तो हो किंतु प्रसंग भेद से उसके एक से अधिक अर्थ हो वहां अलंकार होता है श्लेष अलंकार
◆ रावण शिव सरोज वनचारि।
चरि रधुवीर सीलीमुख धारी।।
◆ चरण धरन चिंता करत, भावत नींद न शोर।
सुबरन को ढूढत फिरत, कवि ,कामि एयर चोर।।
आशा हैं कि हमारे द्वारा दी गयी श्लेष अलंकार किसे कहते है। कि जानकारी आपको पसंद आई होगी। इसे अपने दोस्तों से जरूर शेयर करे।
Tages- श्लेष अलंकार किसे कहते है, श्लेष अलंकार,
श्लेष अलंकार के उदाहरण, श्लेष अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्न, श्लेष अलंकार के 10 उदाहरण,श्लेष अलंकार को परिभाषित कीजिये, श्लेष अलंकार के दस उदाहरण इन हिन्दी।