उपमा अलंकार किसे कहते है?,परिभाषा, उदाहरण::आज हम आपके लिए हिंदी विषय से सम्बंधित जानकारी ले कर आये है। जिसके अंतर्गत hindivaani आपको आज उपमा अलंकार किसे कहते है, परिभाषा, उदाहरण आदि चीज की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत आपको उपमा अलंकार से सम्बंधित सभी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर आपको मिल जायेंगे। तो चलिए जानते है उपमा अलंकार किसे कहते है?
उपमा अलंकार किसे कहते है?,परिभाषा, उदाहरण

उपमा अलंकार किसे कहते हैं?
जहां पर एक वस्तु या व्यक्ति की तुलना किसी दूसरी प्रसिद्ध वस्तु या प्राणी से की जाती है वहां पर उपमा अलंकार होता है
उदाहरण – प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसे ।।
ऊपर दिए गए काव्य पंक्तियों में हम यह देखते हैं।कि प्रातः कालीन “नभ”उपमेय हैं।”शंख” उपमान है” नीला “साधारण धर्म है और “जैसे”वाचक शब्द है।यहां पर देखा जाए तो वह उपमा के चारो अंग उपस्थित हैं।इस वजह से यहां पर पूर्णोपमा अलंकार हैं।
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उपमा अलंकार के तत्व
दो पक्षो की तुलना करते समय उपमा अलंकार के चार तत्वों का ध्यान दिया जाता है।
1.उपमेय– जिस वस्तु या व्यक्ति का वर्णन किया जा रहा हैंम उसे उपमेय कहते है। जैसे ऊपर दिए गए उदाहरण में हम देखे तो नभ उपमेय हैं।
2.उपमान – वह प्रसिद्ध वस्तु जिससे उपमेय की तुलना की जा रही हैं। उसे उपमान कहा जाता हैं। ऊपर दिए गए उदाहरण में “नभ” शब्द उपमान हैं।
3.साधरण धर्म – उपमेय अजर में में सम्बन्ध प्रकट करने वाले शब्द को साधरण धर्म कहते है।ऊपर दिए गए उदाहरण में नीला शब्द साधरण धर्म हैं।
4.वाचक शब्द – जिन शब्दों की सहायता से उपमा डालकर की पहचान होती हैं। उसे वाचक शब्द कहते है। जैसे ऊपर दिए गए उदाहरण में जैसे शब्द वाचक शब्द हैं।
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उपमा अलंकार के उदाहरण
उपमा अलंकार के उदाहरण निम्नलिखित हैं।
■ नीलिमा चंद्रमा जैसी सुंदर है।
ऊपर दिए गए काव्य पंक्तियों में हम यह देखते हैं।कि मुख शब्द उपमेय है।चांद शब्द उपमान है।सुंदर शब्द साधारण धर्म है।जैसी शब्द वाचक शब्द है।अर्थात उपमा अलंकार के लिए पाए जाने वाले चारों तत्व यहां पर उपस्थित है।इस कारण से इन पंक्तियों में उपमा अलंकार है।
■“काम- सा रूप ,प्रताप दिनेश- सा।
सोम – सा शील है राम महीप का”।।
ऊपर दिए गए पंक्तियों में राम रूप में है राम सा रूप उपमान है।दिनेश सा प्रताप साधारण धर्म है। सोम सा शील वाचक शब्द है।इस प्रकार यहां पर मलोपमा अलंकार है।
■मखमल के झूल पड़े, हाथी से टीला।।
ऊपर दी गयी पंक्तियों को देख कर प्रतीत हो रहा हैं। कि टीला इसमे उपमेय का कार्य कर रहा हैं। मखमल पड़े हाथी उपमान हैं।किंतु इसमें साधरण धर्म छुपा हुआ है। अतः यह पर लुप्तोपमा अलंकार हैं।
■ हरिपद कोमल कमल से ।।
ऊपर दी गयी पक्तियों में हम देख रहे है।कि हरिपद उपमेय हैं। कमल उपमान हैं। कोमल साधरण धर्म हैं। से वाचक शब्द हैं। इस वजह से इन पंक्तियों में उपमा अलंकार हैं।
उपमा अलंकार के अन्य उदाहरण
उपमा अलंकार के अन्य उदाहरण निम्लिखित हैं।
◆ यह देखिए , अरविंद – से शिशुवृन्द कैसे सो रहे ।
◆ पीपर पात सरिस मन डोला।।
◆ मुख बाल – रवि- सम लाल होकर।
ज्वाल – सा बोधित हुआ।
◆कोटि कुलिस – सम वचन तुम्हारा।
व्यर्थ धरहु धनु बाण कुठारा।।
◆ नदियां जिनकी यशधारा – सी बहती है अब भी निशि –
बासर
उपमा अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्नोत्तर
उपमा अलंकार के परीक्षा उपयोगी प्रश्नोत्तर निम्लिखित हैं।
● पीपर पात सरिस मन डोला
● चंद्र सा मुख
● पट पीत मानहु तड़ित रुचि ,सूचि नौमी जनक सुतावरम।।
● दिवसावसान का समय, मेघमय आसमान से उतर रही हैं।
● अति मलिन वृषभानुकुमारी।।
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